सुपर सीडर, बेलर और कटर मशीन पर 50% सब्सिडी: जानें कैसे उठाएं योजना का लाभ
सुपर सीडर, बेलर और कटर मशीन पर किसानों को 50% सब्सिडी मिल रही है। जानें आवेदन प्रक्रिया, अनुदान का लाभ और पराली प्रबंधन के फायदे।
सुपर सीडर, बेलर और कटर मशीन पर 50% सब्सिडी: जानें कैसे उठाएं योजना का लाभ
किसानों के लिए खेती को आसान और लाभकारी बनाने के उद्देश्य से सरकार ने कृषि यंत्र अनुदान योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत किसानों को सुपर सीडर, बेलर और कटर जैसी अत्याधुनिक मशीनों पर 50% सब्सिडी दी जा रही है। यह पहल पराली प्रबंधन को बढ़ावा देने और किसानों को लागत में राहत देने के लिए शुरू की गई है।
क्या है सुपर सीडर, बेलर और कटर मशीन की भूमिका?
पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए इन मशीनों का उपयोग किया जाता है। ये मशीनें पराली को प्रबंधित कर मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने में मदद करती हैं।
सुपर सीडर
- मुख्य कार्य:
- पराली को मिट्टी में दबाकर खाद में बदलने का काम करता है।
- बुवाई, जुताई और मल्चिंग का कार्य एक साथ करता है।
- लाभ:
- मिट्टी की उर्वरा शक्ति में सुधार।
- बीज की सीधी बुवाई से समय और श्रम की बचत।
बेलर मशीन
- मुख्य कार्य:
- पराली को गांठों में बदलकर इसे प्रबंधित करना।
- तैयार पराली को बायोफ्यूल, पशु चारे और बिजली उत्पादन में उपयोग।
- लाभ:
- पराली बेचकर अतिरिक्त आय।
- पराली का कुशल प्रबंधन।
कटर मशीन
- मुख्य कार्य:
- फसल अवशेषों को काटकर बेलर मशीन के लिए तैयार करना।
- लाभ:
- पराली को काटकर खेत साफ रखना।
कितना मिलेगा अनुदान?
मशीन | कीमत (रुपए में) | 50% सब्सिडी के बाद कीमत (रुपए में) | जीएसटी (अलग से) |
---|---|---|---|
सुपर सीडर | 2.50-3 लाख | 1.50 लाख | किसान को देना होगा |
बेलर मशीन | 3.25 लाख | 1.75 लाख | किसान को देना होगा |
कटर मशीन | 20-35 हजार | 10-20 हजार | किसान को देना होगा |
पराली नहीं जलाने पर मिलेगा अतिरिक्त अनुदान
राज्य सरकार पराली नहीं जलाने वाले किसानों को 1,000 रुपए प्रति एकड़ का प्रोत्साहन भी प्रदान कर रही है। इससे किसानों को दोहरा लाभ हो रहा है—एक तरफ मशीनों पर सब्सिडी और दूसरी ओर पराली प्रबंधन का इनाम।
आवेदन प्रक्रिया
किसान इस योजना का लाभ उठाने के लिए “मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल” पर 30 नवंबर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के कृषि विभाग से संपर्क करें।